Introduction
Definition
Classification of Memory
Classification of Memory |
Primary Memory
वह memory जो CPU से सीधे जुड़ी होती है, उसे main memory कहा जाता है। कंप्यूटर के इस भाग में storage register का समूह होता है। इसमें से प्रत्येक register को address के द्वारा परिभाषित किया जाता है जिसके कारण control unit किसी भी register में लिख सकती है या register से पढ़ सकती है।
Core Memory
Magnetic core 0.4 से 0.8 mm व्यास का एक छोटा गोला होता है जो feromagnetic पदार्थ का बना होता है। ऐसी भौतिक संख्या जो magnetic core को binary storage के लिए उपयुक्त बनाती है उसे magnetic property कहते हैं। चुंबकत्व की एक दिशा 0 तथा दूसरी दिशा 1 binary number को प्रदर्शित करती है।
Semiconductor Memory
Computer के आकार को छोटा करने के लिए semiconductor memory का विकास किया गया। इस memory का विकास 70 दशक के मध्य में हुआ और बाद में फेराईड core memory के स्थान पर इसका use किया गया। इसके बाद इसे बहुत प्रसिद्धि मिली। इसमें storage तकनीक फेराईड core memory की तरह होती है परंतु कोर memory प्रकृति में चुम्बकीय होता है जबकि semiconductor memory electronic होती है। इसलिए ये memory ज्यादा तेज होती है।
RAM
RAM का पूरा नाम Random Access Memory है। Computer में RAM memory तेज गति से कार्य करने वाली एक volatile अर्थात अस्थायी memory है। Keyboard या अन्य किसी Input device से जो data input किया जाता है वह सबसे पहले RAM में store होता है, फिर वहाँ से processing के लिए आवश्यकतानुसार CPU को प्रदान किया जाता है।
RAM को volatile अर्थात अस्थायी memory कहे जाने का एक ही कारण है कि विद्युत बंद हो जाने पर RAM में store data नष्ट हो जाता है।
RAM में वे data तथा program रखे जाते हैं जिनकी आवश्यकता CPU को तुरंत ही होती है।
Static RAM
- Static RAM वह RAM है जिसमें एक बार यदि memory cell में कोई bit store होती है है तो chip में power suply होने तक उपलब्ध रहती है।
- इसमें store सूचनाएं तब तक रहती है, जबतक computer को मिलने वाला power जारी रहता है अतः power रहने पर data स्वतः नष्ट नहीं होता है।
- इसमें ऐसी कोई भी refreshment की समस्या नहीं होती है, क्योकि इसमें उच्च गुणवत्ता के trangister लगे होते हैं।
- समान क्षमता वाली यह मेमोरी , DRAM की तुलना में एक मात्र चौथाई सूचना ही store कर पाती है।
- इस मेमोरी में access time बहुत कम होता है अतः इस memory की गति अधिक होती है।
- यह मेमोरी cache memory के रूप में प्रयुक्त की जाती है।
- यह DRAM की तुलना में पांच गुना अधिक मंहगी होती है।
- इस मेमोरी में wait-static नहीं होती है।
- इसका निर्माण FLIP FLOP से मिलकर होता है।
- Dynamic RAM वो RAM है, जिसमें bit थोड़ी देर में ही नष्ट हो जाती है।
- इसमें store सूचनाएं थोड़े समय में ही नष्ट हो जाती है, चाहे कंप्यूटर को मिलने वाला पावर बंद न भी किया जाए।
- इसमें refreshment की आवश्यकता होती है। इस memory में capacitor व transistor लगे होते हैं।
- यह मेमोरी S-RAM की तुलना में चार गुना ज्यादा data store कर सकता है।
- इस memory में access time बकहुत अधिक होता है अतः यह memory, SRAM की तुलना में धीमी होती है।
- यह data memory के रूप में बहुत सस्ती होती है।
- इस memory में wait-state होती है।
- इसका निर्माण MOS cell से मिलकर होता है।
ROM (Read Only Memory)
विद्युत बंद हो जाने पर भी ROM में store program तथा data नष्ट नहीं होते हैं, अतः इसे non-volatile memory कहते हैं। इसे firmware के नाम से भी जानते हैं।
PROM (Programmable Read Only Memory)
Secondary Memory
Magnetic Memory
Magnetic memory वह मेमोरी होती है जो magnetic field के कारण data। को store करने का permission देती है। Magnetic memory को secondary storage device memory भी कहा जाता है। Magnetic memory एक permanent storage device है, यह non-volatile memory है। यह secondary memory व backup memory के रूप में use की जाती है।