GDS से प्रमोशन कैसे होता है GDS promotion process in Hindi

0 Deepak

हेल्लो दोस्तों, इस लेख में हम जानेंगे कि एक ग्रामीण डाक सेवक (GDS) का promotion कैसे होता है? प्रमोशन लेने के बाद सैलरी कितनी होती है और कौन कौन से पद पर promotion दिया जाता है।

भारतीय डाक विभाग में कार्यरत GDS (Gramin Dak Sevak) डाक व्यवस्था की रीढ़ की हड्डी के समान हैं। GDS ग्रामीण क्षेत्रों में शाखा डाकघर का संचालन करने और डाक वितरण करने वाले होते हैं। लेकिन क्या GDS को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा?

जी हाँ दोस्तों, GDS (Gramin Dak Sevak) को promotion का अवसर मिलता है और हम इस लेख में विस्तार से जानेंगे कि GDS का promotion कैसे होता है और इसके लिए क्या योग्यताएं हैं और इसकी प्रक्रिया क्या है?


Table of contents (toc)


GDS कौन होते हैं?

GDS मतलब Gramin Dak Sevak वे कर्मचारी होते हैं जो भारतीय डाक विभाग के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में शाखा डाकघर का संचालन और डाक वितरण करते हैं और सरकारी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने का काम करते हैं। आमतौर से इनका काम ज्यादा नहीं है और ड्यूटी समय सिर्फ चार पाँच घंटे तक होता है इसलिए GDS भारतीय डाक विभाग के वेतनमान में नहीं आते, बल्कि GDS Time Related Continuity Allowance (TRCA) के रूप में भुगतान किया जाता है।

क्या GDS को promotion मिलता है?

जी हाँ, एक ग्रामीण डाक सेवक को promotion मिलता है लेकिन यह प्रक्रिया पूरी तरह से नियमबद्ध होता है और प्रमोशन प्रक्रिया सीमित समय में की जाती है।

एक GDS (Gramin Dak Sevak) promotion के माध्यम से Regular Postal Employee जैसे multi tasking staff (MTS), Postman, MailGuard बन सकते हैं और बाद में Postal Assistant भी बन सकते हैं।


GDS promotion process in Hindi 



Promotion के प्रकार

GDS (Gramin Dak Sevak) को निम्नलिखित पदों पर promotion मिल सकता है - 
  • Multi Tasking staff (MTS)
  • Postman/Mail Guard 
  • Postal Assistant 
इन सभी पद में प्रमोशन लेने के लिए GDS को सेवा अवधि (Service duration) पूरा करने के बाद आंतरिक परीक्षा (LDCE - Limited Departmental Competitive Examination) देना होता है। तीनों पद के लिए अलग अलग सेवा अवधि रखा गया है और प्रमोशन तभी संभव है जब संबंधित पद पर रिक्ति हो।

Multi Tasking staff (MTS)

MTS पद पर promotion लेने के लिए शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification) दसवीं पास होना अनिवार्य है और कंप्यूटर डिप्लोमा होना चाहिए। 

GDS सेवा अवधि 3 साल रखा गया है।

MTS बनने के बाद  pay scale - level 1 का होता है और वे भारतीय डाक विभाग के स्थायी कर्मचारी बन जाते हैं।


Postman

Postman पद पर promotion लेने के लिए शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification) दसवीं और बारहवीं पास होना अनिवार्य है और कंप्यूटर डिप्लोमा होना चाहिए।

GDS सेवा अवधि 5 साल रखा गया है।

Postman बनने के बाद pay scale - level 3 का होता है और वे भारतीय डाक विभाग के स्थायी कर्मचारी बन जाते हैं।


Postal Assistant

Postal Assistant के पद पर promotion लेने के लिए शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification) बारहवीं पास होना अनिवार्य है और कंप्यूटर डिप्लोमा होना चाहिए।

GDS सेवा अवधि 8 साल रखा गया है। 

Postal Assistant बनने के बाद  pay scale - level 4 का होता है और वे भारतीय डाक विभाग के स्थायी कर्मचारी बन जाते हैं।

आमतौर पर देखा गया है कि GDS से सीधे Postal Assistant के पद पर promotion बहुत कम होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि MTS और Postman भी Promotion लेकर Postal Assistant बनते हैं और GDS से Postal Assistant का promotion लेने के लिए सीट नहीं बच पाती होगी।


प्रमोशन का लाभ

Promotion लेने से बहुत से लाभ हैं इनमें से मुख्य रूप से लाभ हो सकते हैं - 
  • स्थाई नौकरी का दर्जा 
  • बढ़ा हुआ वेतन 
  • पेंशन और अन्य सरकारी लाभ 
  • नौकरी की सुरक्षा (Job Security)

GDS के लिए सुझाव

GDS के लिए मेरा मुख्य रूप से सुझाव होगा कि वे - 
  • नियमित रूप से विभागीय सूचनाओं को पढ़ें।
  • आंतरिक परीक्षा (LDCE - Limited Departmental Competitive Examination) की तैयारी समय में करें।
  • विभागीय काम से संबंधित ज्ञान बढ़ाएं।

निष्कर्ष (Conclusion)

जैसा कि हमने इस लेख में देखा कि GDS (Gramin Dak Sevak) भारतीय डाक विभाग का रीढ़ की हड्डी के समान होता है और Promotion कैसे होता है क्या क्या educational qualification होनी चाहिए।

GDS से प्रमोशन एक सुनहरा अवसर है जो मेहनत, समय और समर्पण से पाया जा सकता है। यदि आप GDS कर्मचारी हैं या बनना चाहते हैं, तो अपने लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ें। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करें और हर नोटिफिकेशन पर नज़र रखें।


FAQ

Q. क्या GDS एक परमानेंट सरकारी नौकरी है?
उत्तर : नहीं, GDS पद अर्ध-सरकारी होता है, लेकिन प्रमोशन के बाद रेगुलर सरकारी पद मिल सकता है।

Q. GDS को कितने साल बाद प्रमोशन मिलता है?
उत्तर : सामान्यतः 5 साल की सेवा के बाद वे विभागीय परीक्षाओं में बैठ सकते हैं।

Q. क्या GDS कर्मचारी पेंशन के पात्र हैं?
उत्तर : GDS को पेंशन नहीं मिलती, लेकिन रेगुलर कर्मचारी बनने के बाद पेंशन योग्य हो जाते हैं।

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अगर आप इस विषय पर और जानकारी चाहते हैं या प्रमोशन की तैयारी के लिए अध्ययन सामग्री चाहते हैं, तो नीचे कमेंट करें।

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