हेल्लो दोस्तों, इस लेख में हम पृथ्वी के परतों (Layers of Earth in Hindi) के बारे में जानेंगे।
पृथ्वी को बाहर से देखने से देखने पर एक ठोस गोला जैसी दिखाई देती पर ये पृथ्वी अद्भुत और जटिल संरचना वाली ग्रह है। इसके अंदर कई परतें हैं जिनकी chemical composition, physical state, temperature और density एक दूसरे से अलग है।
Table of contents (toc)
पृथ्वी की संरचना
पृथ्वी को मुख्य रूप से तीन परतों में बांटा गया है-
- Crust
- Mentle
- Core : (इसे inner core और outer core में विभाजित किया गया है)
![]() |
Layers of Earth in Hindi |
Crust
ये पृथ्वी का सबसे ऊपर ऊपर और पतली परत है। इसकी मोटाई की बात करें तो लगभग महासागरीय भूपटल 5 से 10 किमी है और महाद्वीपीय भूपटल 30 से 70 किमी तक है।
Crust को दो भागों में बांटा गया है -
विशेषताएं
- सबसे ठंडी और कठोर परत।
- इसमें खनिज, चट्टानें, मिट्टी, जलस्रोत और जीवन के सभी रूप मौजूद हैं।
- यह प्लेट टेक्टॉनिक्स के कारण टुकड़ों में बंटी हुई है जिन्हें Tectonic plates कहा जाता है।
Mantle
इसे ऊपरी मेंटल (Upper Mantle) और निचला मेंटल (Lower Mantle) में विभाजन कर समझा जा सकता है।ऊपरी मेंटल में चिपचिपा लावा होता है जिसे एस्थेनोस्फीयर कहते हैं और Tectonic plates इसी परत (layer) पर तैरती हैं और निचला मेंटल अधिक कठोर और घनी होती है।
विशेषताएं
- ये semi liquid अवस्था में होती है।
- ज्वालामुखी विस्फोटों (Volcano Eruption) का स्रोत यहीं से आता है।
- प्लेटों की गति और भूकंपीय गतिविधियाँ इसी परत के कारण होती हैं।
Core
Mentle के जैसे इसे भी दो भागों में बांटा गया है -
Outer core : इसकी मोटाई लगभग 2200 किलोमीटर तक हो सकती है और इसमें Iron aur Nickel की मात्रा भी होती है। इसकी तापमान लगभग 4000°C से 5000°C तक होती है इसलिए ये हमेशा liquid अवस्था में होती है।
Inner core : इसकी मोटाई लगभग 1200 किलोमीटर तक हो सकती है। इसमें भी Iron और Nickel पाई जाती है। इसका तापमान 5000°C से अधिक होती है ये अत्यधिक दबाव के कारण solid अवस्था में होता है।
विशेषताएं
- ये पृथ्वी का सबसे घना भाग है।
- पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का निर्माण यहीं से होता है।
- इस परत की गतिशीलता और प्रवाह के कारण ही पृथ्वी में चुंबकीय प्रभाव उत्पन्न होता है।
- भले ही तापमान पिघलाने लायक है, परंतु अत्यधिक दाब के कारण यह ठोस रूप में रहता है।
वैज्ञानिक महत्व
- भूकंप और ज्वालामुखी जैसी घटनाओं की जानकारी इन परतों के अध्ययन से मिलती है।
- खनिजों की खोज, तेल और गैस भंडार, भूगर्भीय संरचना का ज्ञान वैज्ञानिक और व्यावसायिक दृष्टिकोण से आवश्यक है।
- प्लेट टेक्टोनिक्स और महाद्वीपों की चाल को समझना पृथ्वी की सतह के विकास में सहायक होता है।
रोचक तथ्य
- पृथ्वी का कोर सूरज की सतह जितना गर्म हो सकता है।
- अगर पृथ्वी को एक प्याज समझा जाए तो उसकी परतें भी ठीक वैसे ही परत दर परत होती हैं।
- पृथ्वी की गहराई में जाने के साथ temperature और density दोनों बढ़ते जाते हैं।
Conclusion
पृथ्वी की परतें - Crust जिसमें जीवन है, Mentle जिसमें ऊर्जा है और Core जिसमें चुंबकीय शक्ति है। पृथ्वी का हर हिस्सा अपने आप में एक रहस्य है जिसे विज्ञान लगातार उजागर कर रहा है।
इस लेख में पृथ्वी की परतें (Layers of Earth in hindi) के बारे में जानकारी दिया है यदि आपको यह लेख पसंद आया है तो इसे जरूर शेयर करें।