स्वैपिंग क्या है ? (What is swapping in Hindi)
टाइमशेयरिंग सिस्टम में, बहुत सारे यूजर होते हैं तथा वे साथ-साथ कार्य रहे होते हैं व प्रत्येक यूजर का प्रोग्राम मुख्य मेमोरी में संग्रह होने की कोशिश करता है, परंतु मुख्य मेमोरी की क्षमता बहुत कम होती है और वह सभी प्रोग्रामों को एक साथ संग्रह करके नहीं रख सकती है।
Swapping (स्वैपिंग) : स्वेपिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें प्रोसेस प्रोग्रामों को मुख्य मेमोरी से हटाया जाता है तथा उसे सेकेंडरी मेमोरी में स्टोर किया जाता है।
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Multiprogramming Concept |
एक निश्चित समय पर रेसिडेंट प्रोग्राम, सिर्फ एक्टिव व रेडी प्रोग्रामों को ही मेमोरी में रखते हैं (जो कि अभी क्रियान्वित होने वाले हैं।) और सभी वेट प्रोग्रामों का सेकेंडरी मेमोरी में स्थानंतरण कर देते हैं तथा जब उनकी जरूरत होती है, तब उन्हें पुनः मुख्य मेमोरी में बुला लेते हैं। इस तरह से प्रोग्रामों को मुख्य मेमोरी से सेकेंडरी मेमोरी (ऑन लाइन) में ले जाने या पुनः सेकेंडरी से मुख्य मेमोरी में लाने की प्रक्रिया को ही Swapping (स्वैपिंग) कहते हैं।
नोट : स्वैपिंग का उपयोग तब किया जाता है जब डाटा ROM में उपस्थित न हो।